समाज के आगे बढ़ने के लिए जितने बेटे जरूरी होते हैं उतनी ही बेटियां भी जरुरी है। यहीं अगर बेटियां शिक्षित भी हों तो फिर कहना ही क्या। शिक्षित व खुशहाल बेटी हमारे देश व समाज का भविष्य होती है। जिस समाज में बेटियों का सम्मान नहीं है वो समाज कभी तरक्की नहीं कर सकता। और इसी बात को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने सन 2015 में "बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ" योजना चालू की, जिसके अंतर्गत देश में बेटियों के जीवन यापन के एवम उनके पढ़ाई के लिए सरकार ने खास व्यवस्थाएं / सेवाएं प्रदान की हैं।
ऐसे तो हमारी संस्कृति में प्राचीनकाल से ही कन्या पूजन की प्रथा प्रचलित है। कन्या को देवी का स्वरूप माना गया है। संस्कृत में कहा गया है:
Beti bachao, beti padhao: Nibandh essay Writing in Hindi.
यत्र नारयस्तु पूज्यते, रमंते तत्र देवता।।
अर्थात् : जहां नारी पूजी जाती हो, वहां देवता वास करते हैं।
भारतीय संस्कृति में नारी को पुरुष से ऊंचा स्थान दिया गया है।
शीर्षक: बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर निबंध हिंदी में।
Beti bachao, beti padhao: Nibandh essay Writing in Hindi.